tag:blogger.com,1999:blog-1629977906422155336.post1289073954131219456..comments2022-11-23T02:38:50.676-08:00Comments on आँखें खोलो हिंदुओं: मातृभूमि की पुकारprakharhindutvahttp://www.blogger.com/profile/06759795008994768937noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1629977906422155336.post-34577166072668557502008-10-05T03:37:00.000-07:002008-10-05T03:37:00.000-07:00शाबाश दोस्त, हिन्दुओ को लालच भी दिया तो वीरगति और ...शाबाश दोस्त, हिन्दुओ को लालच भी दिया तो वीरगति और सांसारिक सुख का. गीता में भगवन ने ख़ुद कहा है की सृजन और विनाश भगवान् के हाथ में है. हमे सिर्फ़ कर्म करना और यहाँ कर्म करने का अर्थ है वो कर्म जो हमें मोक्ष की और ले जाए. सांसारिक सुख को तो हम सनातनी अपने जूते की नोक पर रखते हैं. हमारे धर्म में इतनी शक्ति है की हम अपने ही धर्म से एक भरा पूरा सिख धर्म खड़ा कर सकते हैं. मगर इन सबका क्रेडिट हम नहीं लेते ये सब तो स्वयं मुरलीधर भगवान् कृष्ण के हाथ में है. आपने इतना रक्त देखा है की आपकी आँखों का रंग लाल हो गया है. हर तरफ़ आपको विध्वंसक रक्तबीज नज़र आ रहे हैं. हिन्दुओ को अपने ब्लॉग में मुसलमानों से ज़्यादा बार गाली दे चुके हैं. उन्माद से विषाद का सृजन होता है हमने तो शास्त्रों में यही पढ़ा है. आपने अगर कोई और वाम मार्गी शास्त्र पढ़े हों तो ये आपकी दुर्बुद्धि है. वैसे मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूँ आपके इस विष भरे ब्लॉग से कोई हिंदू क्रांति पैदा नहीं हो रही है. इसका सबूत है की आपके ब्लॉग पर अधिक टिप्पणिया नहीं हैं. अब अगर इसे आप हम हिन्दुओ की कायरता कहें तो हमारा इश्वर गवाह है की हम पूरी तरह से उसी को समर्पित हैं. आगे उसकी मर्ज़ी. जय हिंद.अमित माथुरhttps://www.blogger.com/profile/10707264752320250136noreply@blogger.com