मंगलवार, 30 सितंबर 2008

रसूल और अल्लाह की समझदारी

सारे मुसलमान मानते हैं कि उनका पन्थ सर्वश्रेष्ठ है और वैज्ञानिक भी। पर हम ‘मासूम हिन्दू’ सर्व धर्म समभाव के मारग पर चल कर उन को अपने बराबर का मान लेते हैं। लेकिन यह देखने की, जानने की कोशिश नहीं करते कि आख़िर इस्लाम में ऐसा क्या है जो वैज्ञानिक है, सबसे अलग है।

हम बताते हैं। कुरआन (शरीफ़???) में जिस विज्ञान का परिचय दिया गया है वो आर्यभट्ट से लेकर नासा के वैज्ञानिकों तक की कल्पने से भी परे है। आइए जानते हैं क्या है वो अद्भुत जानकारी-

“अल्लाज़ी खलक सब्आ समावातिन तिबाका”
-कुरान, सूरत मुल्क, पारा 29, आयत 3

यानी वह ख़ुदा जिसने उत्पन्न किए एक एक करके सात आसमान। ये सात आसमान कुछ इस प्रकार के हैं-

1. पहला समुद्र की एक लहर के समान है;
2. दूसरा संगमरमर का;
3. तीसरा लोहे का;
4. चौथा ताँबे का है;
5. पाँचवाँ आसमान चाँदी का बना है;
6. छठा सोने का है;
7. और सातवाँ याक़ूत (काले मोती) से बना है

अब मूर्खता की सीमा तक अज्ञानी रसूल और अल्लाह को सिखाए कि आसमान कुछ होता ही नहीं बस एक खाली जगह है जहाँ सारे खगोलीय पिण्ड अपनी अपनी गति और कक्षा में विचरण कर रहे हैं? और जो चीज़ है ही नहीं उसके ऊपर उस जैसी छ: और चीज़ों का रखा जाना ‘अति वैज्ञानिक’ मस्तिष्क की वाहियात उपज है।

अब सोचो क्या हम ऐसी घटिया बाते सिखाने वाले अल्लाह और रसूल को अपने ईश्वर के साथ रख सकते हैं। आगे भी आपको ऐसी आँखें खोलने वाली जानकारियाँ दी जाती रहेंगी। तो पढ़ते रहिए और जो पढ़ा है उस पर एक बार ज़रूर सोचिए।

17 टिप्‍पणियां:

अमित माथुर ने कहा…

जनाब लिखने से पहले सोच तो लिया करो. भगवान् विष्णु अगर क्षीरसागर में नाग की कुंडली पर निद्रा कर सकते हैं तो सात आसमान भी हो सकते हैं. मरने के बाद नरक का दुःख भोग जा सकता है जबकि भगवान् ख़ुद कहते हैं की आत्मा अजर अमर है तो सात आसमानों का डिस्क्रिप्शन आपको बुरा क्यूँ लग रहा है. सिर्फ़ प्रसिद्धि पाने के लिए हिंदू (जो शब्द स्वयं फारसी का है) मत बनो. सनातन मान्यताओं और विचारो को आत्मसात करो.

बेनामी ने कहा…

hindutv ki rah sahi hai par apko thora logically sound hona padega, vaise mai right wing politics ko kafi manta hu, par logically sahi hota hu, dhnyabad,

बेनामी ने कहा…

or blogger yudhh se hindutv ki disha ko sirf ek raah mila hai, esase jang nai jeeta ja sakta, ho sake to ek manch par aaiye or ek disha nirdesh ke sath enke typical anti national activity ke sath fight kijiye.,,,,,dhnyabad,

arif ने कहा…

Hello Mai tumse kewal 1 baat poochna chahta hoo ki...Kya tum Bina khambe k 1 room bana sakte ho?
kisi k bhi majhab k bare me kutch kahne se pahle uski Jado tak jaya karo fir apne vichar ko wayaqt kiya karo.....

arif ने कहा…

Wo ham sab ka malik hai Wo kutch bhi kr sakta hai agar tumhare Vichar aise hi rahe to kutch din baad Apne religion k bare me bhi aisa bolne lago ge...

faizy ने कहा…

tell me the mean of Hindu?and what is tha mean of religion ?

jaanu ने कहा…

Tumhe Hinduo ki Aankhe Khol Rahe ho isse pehle andhe the kya?

jaanu ने कहा…

Tumhare jaise hi Hindu Ajmer Darga Shareef Par jakar Mannat Mangte hai Ajmer ki kahani nahi suni hai kya tumne?

faizy ने कहा…

aap tak apni maa ki godh me chup ker baithe the kya jo ab khyal aaya

faizy ने कहा…

hello kabhi Apne Bhagwan ko bhi dekha hai ya khud bana lete ho apne hi hatho se aur fir le ja kr Niche hath laga kr ukat dete ho...

faizy ने कहा…

tujhe pata hai tere Kanhaiya ka Charitra ...Nangi ladkiyo k kapde le ker Bhag jana aur unhe bina kapde bahr aane k liye kahna...agr usme teri bhen bhi hoti to tu to khus ho jata ki Bhagwan ne uske darsan ker liyeeeeeeeeeeeee

Unknown ने कहा…

shayed beta tujhe ye naji pata hai ki agar hum musalmano ka ek bar bhi khoon garam ho gaya na to beta tumhari pahchaan milne par tumhari body to kya uska ek ek part bhi kisi ko nahi milegs .... abe mai nahi manta ki tum hindu ho, agar tm hindu hote to apne dharm ki is tarah badnami na karte ..... mere bhai aisa blog likhkar tm kya sabit karna chahte ho.. kya tujhe dange karaane me interest hai .. sudhar jao abhi to kuch bhi nahi kaha hai kahin aisi naubat na aye ki kuch tere sath bura karna pade ... samjhe adharmi...

arif ने कहा…

Tujhe apne Dharm me kutch pure dikht hai...ek baat to bata tu Gokul me kya 1 Kanhaiya hi Mard tha Jo sari Gopio ki Pyas bhujha sakta tha Aur Sare Hijde the kya..........tum to agar Hindu Hoge waise lagta nahi ki tu hai kyun ki Wo jante hai religion ka matlab..unko aisi khurafat nahi krni ati.......dekh mera muh mat khulwa..otherwise aise aise example dunga ki...Hidugiri nikal jaygi...

Mohammed Umar Kairanvi ने कहा…

अपना कुर्आन का अनुवाद मत दो, मेरे ब्लाग पर 'कुर्आन और साईंस' पुस्‍तक है उसे पढकर लिखो, या सुरा न. आयत न. के साथ दो तो जवाब दूं,देखो 25 भाषाओं में altafseer.com

signature:
विचार करो कि मुहम्मद सल्ल. कल्कि व अंतिम अवतार और बैद्ध मैत्रे, अंतिम ऋषि (इसाई) यहूदीयों के भी आखरी संदेष्‍टा हैं या यह Big game against islam? है
antimawtar.blogspot.com (Rank-1 Blog)

इस्लामिक पुस्तकों के अतिरिक्‍त छ अल्लाह के चैलेंज
islaminhindi.blogspot.com (Rank-2 Blog)

">Direct link

Unknown ने कहा…

mere bhai tumhe apni gandagi saaf karne k tarike bhi pata nahi honge aur tu us mahan kitab k bare me aisi baat kr raha jo 100% sach hai.. islam ki buniyad agar jhuth par hoti to aaj ek bhi musalman nahi hota. aaj islam puri duniya me phela hai yeh is baat ka sabut he ke puri duniya ne islam ko swikara hai.....

Unknown ने कहा…

tum aise blog likhkar khud hindu bhaiyo ki bhi nazro se gir gaye ho.......me tumhe iman ki dawat deta hu.....

Unknown ने कहा…

दर असल बात यह है की भाई आप हिन्दू हैं ही नहीं आप सिर्फ उलटी सीधी बात जो की आप की मनगढ़ंत हैं उनके सहारे अपने जैसे कुछ बे अक्ल लोगो को अपने साथ बहका कर लगा लेते हो जिन्हें कोई काम धाम नहीं होता । और वो आपके चेले और आप उनके गुरु हो जाते हो
फिर आप कथा का स्वांग रचते हो शोर मचाते हो भांग और शराब पी कर जो भी औल फोल आपके मन में आता है खूब बकते हो और जो बेचारे ठल्वे जिन्हें कोई काम धाम नहीं होता वो आपकी बातो पर वाह वाह करते हैं।
फिर आप उनसे गुरु दक्षिणा लेते हो।
और हर गैर कानूनी काम करने को सहज तैयार रहते हो।
ब्लैक मनी को वाइट करते हो।
हकीकत में आप ही जैसे लोग इस देश के दुश्मन हैं।
जब तब आपके ऊपर से नकाब भी हटते रहते हैं।
पर आपके भक्त बेचारे उनको आप फिर भी फुसला कर रखते हो। उनको चाहिए होते हैं भगवान और आप हो भगवन के एजेंट
और भाई इस बात को अपने मन से पूरी तरह से निकाल दीजिये की मुसलमान देशभक्त नहीं होता।
बात सीधी सीधी यह है की हम गले में ढोल डाल कर गली गली शोर मचा कर जताने का कोई शौक नहीं है

आपने अपने प्रोफाइल में लिखा है ।
इस्लाम नामक विचारधारा का पूरी तरह से विनाश मेरे जीवन का एकमात्र लक्ष्य है... हर वो व्यक्ति जो मेरी माता समान मातृभूमि को थोड़ी भी हानि पहुँचाता है या हानि पहुँचाने की मंशा रखता है वो मेरा निजी शत्रु है।
no 1 आप किसी भी विचार धारा से शत्रुता रखें कोई फरक नहीं पड़ता।
no 2 भारत के अन्दर करोडो किसान आपकी मात्रभूमि को हल से फाड़ कर उसमे बीज डालते हैं
आप जाओ और जो बिगाड़ सकते हो उन किसानो का आप बिगड़ लो वो आपकी माता का सीना फाड़ कर आपका पेट भर रहे हैं।
no 3 भाई आप जो मल मूत्र करते हो अपनी माता पर ही कर रहे हो आपको कभी शर्म नहीं आई।
no 4 जो आपकी हकीकत में माँ है कभी आपने उसकी तरफ ज़रा भी फिक्र किया है की वो किस हाल में है।
अरे अपनी सगी माँ को तो आप पूछते भी नहीं जिस ने आपको पैदा किया पाल पोस कर बड़ा किया
और पत्थर की बनाई माँ जिसको खुद को भी नहीं पता की वो आपकी माँ बन गयी है।
और एक बेचारी गाये जिसको खुद को संभालना मुश्किल एक बेचारा जानवर
और पता नहीं कितनी माँ आपनी गढ़ ली हैं
बेशर्मी की हद हो गई है भाई।
आपके लिए बेहतर यह है की जिस माँ ने आपको जन्म दिया है आप उसकी जी जान से मन लगा कर सेवा करो यकीन जानिए आपको संतुष्टि मिलेगी और आपका जो मन परेशान है इसको भी आराम मिलेगा और धीरे धीरे शत्रुता का भाव आपसे जाता रहेगा।

भाई मेरे दुनिया में दो ताक़त हैं
खुदा और शैतान
शैतान को खुदा ने सिर्फ क़यामत तक की मोहलत दी हुई है।
उसके बाद शैतान और शैतान के मानने और चाहने वालो के लिए अफ़सोस के सिवा कुछ न होगा
वक़्त है भाई तौबा कर लो
मेरी आपसे कोई ज़बरदस्ती नहीं है आप मेरे लिए मेरे एक भाई हो
और भाई आप सारे धर्मों का पहले अध्ययन कीजिये अपने आप नही उनके विद्वानों के ज़रिये
तब आपको समझ आयेगा की क्या सही है क्या गलत है।

अब तो इन बेचारे भोले लोगो को इनके खुद को पहचानने दो।

कब तक यह शैतान के फंदे में जकड़े रहेंगे।

भाई खुद भी संभल जाओ ओर औरों को भी सँभालने दो।

बाक़ी आपकी मर्ज़ी
आप अच्छी तरह समझ लो की आपके मुसलमान होने से खुदा की खुदाई में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी
और हाँ
आप अच्छी तरह समझ लो की आपके मुसलमान न होने से खुदा की खुदाई में कोई कमी नही होगी।

धन्यवाद्